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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025:किसानों के लिए जबरदस्त योजना – फ्री रजिस्ट्रेशन, प्रीमियम, क्लेम और लाभ की पूरी गाइड

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025(PMFBY) – ₹50,000 तक बीमा सुरक्षा, अभी रजिस्टर करें
किसान अब ₹50,000 तक की फसल बीमा सुरक्षा पा सकते हैं – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025

खेती में अनिश्चितता हमेशा किसानों के लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 इसी अनिश्चितता से सुरक्षा देने का माध्यम है। सरकार द्वारा चलाई जा रही यह योजना किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों से फसल क्षति की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करती है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) क्या है?

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana) भारत सरकार की एक प्रमुख कृषि योजना है जिसे 13 जनवरी 2016 को लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीट, और रोगों से फसल क्षति के खिलाफ बीमा सुरक्षा प्रदान करना है।

PMFBY full form है – Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana

यह योजना खरीफ, रबी और वार्षिक वाणिज्यिक फसलों को कवर करती है।

योजना का उद्देश्य – प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 का मुख्य लक्ष्य क्या है?

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 का उद्देश्य भारत के किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, कीट हमलों और मौसम की अनिश्चितताओं से होने वाले फसल नुकसान की भरपाई करना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना, उनकी आय में स्थिरता लाना, और खेती को एक सुरक्षित और भरोसेमंद व्यवसाय बनाना है।

सरकार चाहती है कि हर किसान, चाहे वह सीमान्त किसान हो या बड़े खेत का मालिक, सभी को बीमा सुरक्षा मिले ताकि उन्हें फसल क्षति पर कर्ज न लेना पड़े। इसके अतिरिक्त, यह योजना खेती में निवेश और आधुनिक तकनीकों को अपनाने का विश्वास भी बढ़ाती है। PMFBY 2025 का उद्देश्य सिर्फ बीमा देना नहीं, बल्कि खेती को आत्मनिर्भर बनाना और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मज़बूत करना है।

योजना की प्रमुख विशेषताएं – PMFBY 2025 की मुख्य बातें जो हर किसान को जाननी चाहिए

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 में कई ऐसी विशेषताएं हैं जो इसे भारत की सबसे भरोसेमंद और प्रभावी फसल बीमा योजना बनाती हैं। यहाँ इस योजना की प्रमुख विशेषताओं की SEO-Friendly सूची दी जा रही है:

  1. कम प्रीमियम दरें:
    • खरीफ फसलों के लिए सिर्फ 2%
    • रबी फसलों के लिए 1.5%
    • व्यवसायिक/बागवानी फसलों के लिए 5%
  2. क्लेम भुगतान सीधे बैंक खाते में (DBT):
    किसानों को क्लेम मिलने के लिए किसी बिचौलिए की ज़रूरत नहीं। सर्वे के बाद सीधा भुगतान उनके AADHAR लिंक्ड बैंक खाते में किया जाता है।
  3. फसल नुकसान की रिपोर्टिंग के लिए 72 घंटे का समय:
    प्राकृतिक आपदा या नुकसान होने पर किसान को सिर्फ 72 घंटे के अंदर सूचना देनी होती है।
  4. डिजिटल आवेदन प्रक्रिया:
    किसान PMFBY पोर्टल या मोबाइल ऐप से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अब सब कुछ डिजिटल, पारदर्शी और त्वरित हो गया है।
  5. टेक्नोलॉजी आधारित सर्वे:
  6. Drone, सैटेलाइट, मोबाइल ऐप्स और AI के माध्यम से फसल का मूल्यांकन किया जाता है, जिससे गलत रिपोर्टिंग और देरी खत्म हो गई है।
  7. सरकारी सब्सिडी:
  8. किसानों को सिर्फ नाममात्र प्रीमियम देना होता है, बाकी रकम राज्य और केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जाती है।
  9. हर जिले और फसल के अनुसार कवरेज:
  10. योजना में राज्यवार और फसलवार सूचियाँ होती हैं, जिससे किसान को उसकी फसल और क्षेत्र के अनुसार सही बीमा मिलता है।

किसान के लिए PMFBY 2025 – Step by Step गाइड

1. PMFBY में रजिस्ट्रेशन कैसे करें (Registration)

  1. अपने फोन या पास के CSC केंद्र से pmfby.gov.in पर जाएँ।
  2. “Apply for Crop Insurance” / “किसान पंजीकरण” पर क्लिक करें।
  3. नीचे दिए गए दस्तावेज़ तैयार रखें:
    • आधार कार्ड
    • बैंक खाता (Aadhaar-linked)
    • भूमि/किसानी विवरण
    • फसल का विवरण
  4. फॉर्म में:
    • अपना आधार नंबर दर्ज करें।
    • जिला, तहसील, गांव और फसल चुनें।
    • बीमा राशि और प्रीमियम जानकारी देखें (प्रीमियम कैलकुलेटर से)।
  5. प्रीमियम भुगतान करें (खरीफ के लिए 2%, रबी के लिए 1.5%,वाणिज्यिक/बागवानी पर 5%)।
  6. सबमिट करें, acknowledgment/receipt डाउनलोड या प्रिंट कर लें।
  7. रसीद सुरक्षित रखें—इससे आप बाद में PMFBY status भी देख सकेंगे।
  8. अंतिम तारीखें:
  9. खरीफ: 31 जुलाई 2025
  10. रबी: 15 दिसंबर 2025
  11. (अगर एक्सटेंशन मिला हो तो पोर्टल पर अपडेट देखें)

2. प्रीमियम कैलकुलेशन कैसे करें

  1. PMFBY पोर्टल या मोबाइल ऐप में लॉगिन करें।
  2. अपने क्षेत्र, फसल और बीमा राशि के अनुसार प्रीमियम कैलकुलेटर चुनें।
  3. उदाहरण: अगर बीमा राशि ₹50,000 है और फसल खरीफ है, तो किसान को 2% = ₹1,000 देना होगा।
  4. SC/ST या पात्र वर्ग होने पर सब्सिडी चेक करें—सरकार की तरफ से बची हुई राशि ऑटोमैटिकली कवर होती है।

3. क्लेम प्रक्रिया – मुआवज़ा कैसे लें (Claim Process)

  1. फसल में नुकसान होने पर 72 घंटे के भीतर स्थानीय कृषि अधिकारी / CSC / PMFBY ऐप के ज़रिये नुकसान की सूचना दें।
  2. संबंधित अधिकारी या बीमा कंपनी का सर्वे टीम आपकी फसल का सर्वे करेगी (YES-TECH, ड्रोन/सैटेलाइट मदद से)।
  3. सर्वे रिपोर्ट तैयार होने पर उसे बीमा कंपनी भेजा जाता है।
  4. अगर नुकसान तय सीमा से अधिक पाया गया, तो क्लेम अप्रूव होता है।
  5. 15–30 दिनों के भीतर क्लेम की राशि सीधे आपके बैंक खाते में DBT के ज़रिये ट्रांसफर हो जाती है।

4. क्लेम स्टेटस कैसे चेक करें (PMFBY Claim Status)

  1. pmfby.gov.in पर जाएँ।
  2. “Claim Status” या “PMFBY Status Check” सेक्शन खोलें।
  3. अपना आधार नंबर / पॉलिसी नंबर डालें।
  4. OTP से वेरिफाई करके वर्तमान क्लेम स्थिति देखें।
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PMFBY प्रीमियम कैलकुलेशन – कितना देना होगा बीमा प्रीमियम?

PMFBY premium rate सरकार द्वारा तय किया गया है ताकि किसानों पर बीमा का आर्थिक बोझ कम पड़े और उन्हें अधिक सुरक्षा मिल सके। यह योजना सरकारी सब्सिडी आधारित है, जिसमें किसान को केवल निर्धारित प्रीमियम भरना होता है और बाकी राशि सरकार वहन करती है।

प्रीमियम कैलकुलेशन इस प्रकार होता है:

फसल का प्रकारकिसान द्वारा देय प्रीमियमसरकारी सब्सिडीकुल बीमा राशि का प्रतिशत
खरीफ फसल (जैसे धान)2%98%100%
रबी फसल (जैसे गेहूं)1.5%98.5%100%
व्यवसायिक फसल5%95%100%

उदाहरण के लिए, यदि बीमा राशि ₹50,000 है और आपकी फसल खरीफ श्रेणी में आती है, तो किसान को सिर्फ ₹1,000 का प्रीमियम देना होगा।

आप PMFBY पोर्टल या मोबाइल ऐप पर जाकर प्रीमियम कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें फसल, जिला और बीमा कंपनी डालकर अपना प्रीमियम जान सकते हैं।

PMFBY मुआवज़ा फॉर्मूला (Compensation Formula)

बीमा क्लेम = (Insured Sum) × (Actual Yield – Threshold Yield) / Threshold Yield

इससे मुआवज़ा राशि का सटीक अनुमान लगाया जाता है।

उदाहरण: यदि Actual Yield बहुत कम है, तो अधिक क्लेम मिलेगा।

राज्य-विशेष जानकारी – PMFBY 2025 राज्यवार बीमा कवरेज और प्रीमियम विवरण

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 को भारत सरकार द्वारा राज्य-विशेष अनुकूलन के साथ लागू किया गया है। हर राज्य की भौगोलिक, कृषि जलवायु और फसल विविधता के आधार पर बीमा कंपनियाँ, प्रीमियम दरें और अधिसूचित फसलें अलग-अलग होती हैं। उदाहरण के लिए:

PMFBY वेबसाइट पर “State-wise Crop Insurance Details” सेक्शन में आप हर राज्य के लिए:

👉 लिंक: https://pmfby.gov.in/stateWiseSeasonDetails

राज्य-विशेष जानकारी से किसान यह तय कर सकते हैं कि उनकी फसल पर कौन-सी बीमा कंपनी कवरेज दे रही है, और क्या वह खरीफ या रबी सीजन में शामिल है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना हेल्पलाइन नंबर – किसान सहायता केंद्र

अगर किसी किसान को रजिस्ट्रेशन, क्लेम, ऐप या बीमा से जुड़ी कोई समस्या आती है, तो वह PMFBY हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकता है। यह नंबर 24×7 ग्राहक सेवा के लिए सक्रिय है, विशेषकर आवेदन के अंतिम दिनों में।

🔹 आधिकारिक टोल फ्री नंबर:

PMFBY हेल्पलाइन: 1800-180-1551 (फ्री कॉल सेवा)

केंद्रीय टोल फ्री नंबर: 14447

अतिरिक्त संपर्क:

मोबाइल ऐप से सहायता:

Crop Insurance App में “Help & Support” सेक्शन से किसान:

PMFBY 2025: महत्वपूर्ण तिथियाँ (Important Dates)

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 के लिए खरीफ और रबी सीजन की अंतिम तिथियाँ हर साल निश्चित होती हैं। किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम तिथि से पहले ही आवेदन कर लें ताकि किसी प्रकार की तकनीकी समस्या से बचा जा सके।

फसल सीजनअंतिम तिथिप्रक्रिया
खरीफ 202531 जुलाई 2025बीमा पंजीकरण और प्रीमियम भुगतान
रबी 202515 दिसंबर 2025बीमा पंजीकरण और प्रीमियम भुगतान

नोट: राज्य सरकारें मौसम या आपात स्थिति के अनुसार तिथि को एक्सटेंड कर सकती हैं, जिसकी सूचना pmfby.gov.in पोर्टल पर दी जाती है।

आवश्यक दस्तावेज़ चेकलिस्ट (डाउनलोड करने योग्य PDF)

PMFBY 2025 के लिए आवेदन करते समय निम्न दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  1. आधार कार्ड की कॉपी
  2. बैंक पासबुक (Aadhaar-linked)
  3. भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र या पटवारी रिपोर्ट
  4. फसल बोवाई की पुष्टि (Form 7/8 या ग्राम पंचायत प्रमाण पत्र)
  5. पासपोर्ट साइज फोटो

📥 डाउनलोड करें:
👉 PMFBY दस्तावेज़ चेकलिस्ट PDF (सरकारी पोर्टल से)

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2.0 (पीएमएफबीवाई 2.0) से जुड़ी संपूर्ण जानकारी 2025

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत 13 जनवरी 2016 को हुई थी, जिसका उद्देश्य किसानों को प्राकृतिक आपदाओं, फसल नुकसान और मौसम संबंधित जोखिमों से सुरक्षा देना है। सरकार ने इसे बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत झारखंड जैसे आदिवासी बहुल राज्यों में विशेष प्राथमिकता दी है।

2025 में इसका नया संस्करण पीएमएफबीवाई 2.0 लागू किया गया है, जिसमें पारदर्शिता, टेक्नोलॉजी और किसानों की पहुंच को और बेहतर किया गया है। इसके तहत अब PMFBY गांव सूची भी सार्वजनिक पोर्टल पर उपलब्ध है, जिससे आप देख सकते हैं कि आपके गांव में यह योजना लागू है या नहीं।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में अपना नाम कैसे चेक करें?

किसान अपने पीएमएफबीवाई लाभार्थी सूची (PMFBY beneficiary list) में नाम देखने के लिए pmfby.gov.in पर जाएं और “Check Beneficiary Status” विकल्प पर क्लिक करें। वहां आप अपना राज्य, जिला, गांव चुनकर और आधार संख्या दर्ज कर pmfby status by aadhar card देख सकते हैं।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पैसा कैसे चेक करें?

अगर आपने पहले से आवेदन किया है तो आप सीधे पोर्टल पर जाकर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का पैसा कैसे चेक करें इसका स्टेटस जान सकते हैं। इसके लिए आपको अपना पंजीकरण नंबर या आधार नंबर दर्ज करना होता है।

PMFBY CSC Login – किसान सेवा केंद्र से लॉगिन करें

जो किसान CSC (Common Service Center) के माध्यम से आवेदन करते हैं, वे pmfby csc login पेज से लॉगिन करके अपनी पॉलिसी की स्थिति, दस्तावेज की स्थिति और क्लेम अपडेट्स देख सकते हैं। यह सुविधा ग्राम स्तर पर भी किसानों के लिए उपलब्ध है।

अगर आप प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ ले रहे हैं, तो इन संबंधित योजनाओं को भी ज़रूर देखें:

योजना का नामलाभ
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN)₹6,000 सालाना DBT
किसान क्रेडिट कार्ड योजना (KCC)ब्याज मुक्त कृषि ऋण
PM कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)सूक्ष्म सिंचाई सुविधाओं पर सब्सिडी
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजनाफसल सुधार के लिए मिट्टी परीक्षण

PMFBY Policy Reforms 2025

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में 2025 के लिए कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। अब बीमा कंपनियों की जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाई गई है। किसानों को रजिस्ट्रेशन और क्लेम में सुविधा देने के लिए मोबाइल ऐप्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित निगरानी सिस्टम (YES-Tech, Geo-tagging) लागू किए गए हैं।

सरकार ने यह भी अनिवार्य किया है कि बीमा कंपनियां निर्धारित समय सीमा में क्लेम निपटान करें, और फसल नुकसान की रिपोर्टिंग 72 घंटे के भीतर डिजिटल माध्यम से हो। इससे किसानों को तेजी से लाभ मिलेगा और योजना पर उनका विश्वास भी बढ़ेगा।

PMFBY Beneficiary Data 2025 (राज्य अनुसार)

नीचे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 के लाभार्थियों का राज्यवार आँकड़ा (अनुमानित) प्रस्तुत है:

राज्यलाभार्थी किसान (लाखों में)बीमा राशि (₹ करोड़ में)
उत्तर प्रदेश588,700
मध्य प्रदेश467,200
महाराष्ट्र527,500
राजस्थान436,800
बिहार385,600
तमिलनाडु213,200
कर्नाटक253,800

(नोट: ये आंकड़े विभिन्न सरकारी रिपोर्टों और अनुमान पर आधारित हैं, सटीक आंकड़े पोर्टल से समय-समय पर जांचें।)

PMFBY vs RWBCIS अंतर – कौन सी योजना किसके लिए बेहतर?

PMFBY (प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना) और RWBCIS (Restructured Weather Based Crop Insurance Scheme) दोनों केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाएं हैं, लेकिन इनकी संरचना और कवरेज में अंतर है:

बिंदुPMFBYRWBCIS
बीमा का आधारफसल क्षति (Actual Yield Loss)मौसम आधारित पैरामीटर (Rainfall, Temp)
सर्वे प्रक्रियाक्रॉप कटिंग / फील्ड सर्वेस्वचालित वेदर स्टेशन द्वारा डेटा आधारित
क्लेम निर्धारणफसल के वास्तविक नुकसान परमौसम रिकॉर्ड के आधार पर
लागू क्षेत्रपूरे भारत मेंमौसम जोखिम वाले क्षेत्र अधिक
उपयुक्ततासभी प्रकार के किसानजिन क्षेत्रों में मौसम जोखिम अधिक हो

निष्कर्ष: अगर आपका क्षेत्र अधिकतर प्राकृतिक आपदा या कीट/रोग से प्रभावित होता है, तो PMFBY बेहतर विकल्प है। लेकिन यदि आपका क्षेत्र मौसम से सीधा प्रभावित होता है (जैसे सूखा, ओलावृष्टि, अत्यधिक वर्षा), तो RWBCIS अधिक उपयोगी हो सकती है।

राज्यवार स्थिति – PMFBY किन राज्यों में लागू है?

योजना सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू है, लेकिन कुछ राज्य विशेष बीमा कंपनियों से जुड़े हैं:

राज्यबीमा कंपनीहेल्पलाइन नंबर
राजस्थानAgriculture Insurance Co.1800-123-0001
उत्तर प्रदेशIFFCO Tokio1800-180-1111
महाराष्ट्रReliance General Insurance1800-200-1000
बिहारSBI General Insurance1800-102-1111

टेक्नोलॉजी और अपडेट्स – कैसे हो रही मॉनिटरिंग?

2025 में PMFBY योजना में कई तकनीकी सुधार किए गए हैं:

PMFBY बनाम पुरानी योजनाएं – क्या बदलाव हुए हैं?

पहलूपुरानी योजनाएंPMFBY 2025
प्रीमियम दरअधिककम
दावा प्रक्रियाकागज़ी और धीमीडिजिटल और तेज़
ट्रांसपेरेंसीकमज़्यादा
भुगतानअनिश्चितसमयबद्ध

PMFBY beneficiary data (राज्य अनुसार)

राज्यलाभार्थी संख्याभुगतान राशि (₹ करोड़ में)
राजस्थान45 लाख+1,200+
उत्तर प्रदेश38 लाख+950+
महाराष्ट्र60 लाख+1,500+

(स्रोत: pmfby.gov.in Reports)

राज्यवार PMFBY की रिपोर्ट या आंकड़े (Stats Section)

PMFBY के तहत हर राज्य में लागू बीमा का कवरेज अलग-अलग होता है। हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार:

इन आंकड़ों से पता चलता है कि PMFBY भारत के विभिन्न हिस्सों में किसानों की रक्षा में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

राज्य-विशेष जानकारी (State-Specific Info)

हर राज्य की सरकार PMFBY को अपने कृषि नियमों के अनुसार लागू करती है। उदाहरण के लिए:

साथ ही, कुछ राज्य जैसे गुजरात विशेष फसलें (जैसे मूंगफली, कपास) भी योजना में कवर करते हैं, जबकि उत्तर भारत के राज्य गेंहूं और धान को प्रमुखता देते हैं।

रीयल-लाइफ उदाहरण / केस स्टडी (Real-Life Case Study)

सुभाष यादव, एक छोटे किसान जो मध्य प्रदेश के सीहोर जिले से हैं, उन्होंने खरीफ 2024 में सोयाबीन की बुआई की थी। भारी बारिश के कारण 70% फसल बर्बाद हो गई। PMFBY के तहत उन्होंने समय पर नुकसान रिपोर्ट किया और सर्वे के बाद ₹28,500 का मुआवज़ा सीधा उनके बैंक खाते में DBT के माध्यम से आ गया।

यह उदाहरण दर्शाता है कि योजना सही प्रक्रिया अपनाने पर कैसे आर्थिक सुरक्षा की गारंटी देती है और किसानों का आत्मविश्वास बढ़ाती है।

निष्कर्ष (Conclusion)

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 किसानों के लिए एक भरोसेमंद और सशक्त योजना है, जो फसल की बर्बादी की स्थिति में उन्हें आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाती है। आधुनिक तकनीक, पारदर्शिता, और प्रक्रिया की सरलता ने इसे देशभर में लोकप्रिय बना दिया है। यदि कोई किसान इस योजना में नामांकन करता है और सभी प्रक्रियाओं को सही ढंग से पूरा करता है, तो उसे निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। यह योजना न केवल वित्तीय सुरक्षा देती है बल्कि किसानों के आत्मविश्वास को भी मजबूत करती है।

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) से संबंधित प्रश्न (FAQs)

PMFBY में रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख क्या है?

खरीफ फसल के लिए 31 जुलाई 2025 और रबी के लिए 15 दिसंबर 2025 है।

क्या बीमा की राशि सीधे बैंक खाते में आती है?

हाँ, क्लेम की राशि DBT के माध्यम से सीधे किसान के बैंक खाते में भेजी जाती है।

यदि फसल क्षति होती है तो क्लेम कब और कैसे करना है?

72 घंटे के भीतर रिपोर्ट करना अनिवार्य है। ऐप, CSC या कृषि अधिकारी के माध्यम से सूचित किया जा सकता है।

क्या PMFBY सभी फसलों के लिए लागू है?

अधिकांश प्रमुख फसलें योजना के तहत कवर की जाती हैं, परंतु राज्य विशेष के अनुसार बदलाव हो सकते हैं।

PMFBY और RWBCIS में क्या अंतर है?

PMFBY फसल क्षति पर आधारित है जबकि RWBCIS मौसम डेटा पर आधारित बीमा योजना है।

PMFBY में फॉर्म भरने के लिए कौन-कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए?

आधार कार्ड, भूमि दस्तावेज़, बैंक पासबुक, फसल विवरण।

प्रीमियम कैसे कैलकुलेट करें?

PMFBY पोर्टल पर कैलकुलेटर टूल से अपने जिले, फसल और क्षेत्र के अनुसार प्रीमियम जान सकते हैं।

क्लेम रिजल्ट कब आता है?

सर्वे पूरा होने के बाद आमतौर पर 15 से 30 दिनों में राशि खाते में आती है।

दावे के लिए कितनी समय सीमा होती है?

फसल क्षति के 72 घंटे के भीतर रिपोर्टिंग अनिवार्य है। कंपनी को 15 दिन में सर्वे और 15 दिन में भुगतान करना होता है।

PMFBY में नाम कैसे देखें?

pmfby.gov.in > Beneficiary List > अपना जिला, तहसील, गांव चुनें।

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